चिकली: मध्य प्रदेश की बडनगर तहसील के ग्राम चिकली में पारम्परिक धर्म से हर साल रावण दहन मनाया जाता है प्रतिवर्ष यहां पर मेले का आयोजन किया जाता है ओर साम के समय लोक परम्परा के अनुसार रामलीला का आयोजन किया जाता है मेले का आयोजन भी किया जाता है इस मेले में भारी भीड़ एकजुट होकर रामलीला के आयोजन में शामिल होती है और भगवान श्री राम के दर्शन करते हैं साथ ही यहां के लोगों की मान्यता है कि अगर रावण का दहन नहीं किया गया तो वह अगले दिन सुबह 3 से 4 बजे के करीब लोगों के घर जला देता है पूर्व में ऐसा हो चुका है इसी मान्यता को लेकर प्रतिवर्ष यहां पर रावण का दहन किया जाता है लोग अपनी मान्यताएं लेकर यहां पर आते हैं और रावण से अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए अगले साल 10 नारियल चडाने की प्रार्थना करते हैं अगर उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है तो वह अगले साल रावण दहन के समय यहां पर 10 नारियल चढ़ाते हैं ऐसे कई परिणाम देखने को मिले हैं जिनकी मान्यताएं पूर्ण हुई हैं तभी तो भारी संख्या में लोग यहां पर प्रतिवर्ष 10-10 नारियल का भोग रावण को लगाते हैं यह ग्राम बड़नगर तहसील में आता है उज्जैन जिले के अंतर्गत आता है इस ग्राम में जाने के लिए उज्जैन से बसें मिलती हैं बस में बैठ कर तकरीबन ₹20 का किराया लगता है उज्जैन से इस मेले के अंदर प्रतिवर्ष भारी संख्या में भीड़ इकट्ठा होती हैं और साथ ही पास में शिव जी का मंदिर है वहां पर लोग नंगे पैर अंगारों पर चलकर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं वास्तव में यह बहुत ही धर्मआत्मिक गांव है आसपास के सभी गांव के लोग यहां पर इकट्ठा होकर अपनी सहभागिता प्रदान करते हैं
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