देश की पहली निजी ट्रेन या कारपोरेट ट्रेन तेजस बंद होने वाली है। कोरोनामहमारी के कारण लोगो द्वारा आवाजाही लगभग ना के बराबर की जा रही है। ओर तेजस ट्रेन वीआईपी (vip) ट्रेन है,क्योंकि पीएम के निजीकरण के सपने को लेकर तेजस ही देश की पहली निजी ट्रेन बनी थी लेकिन आवाजाही कम होने की वजह से तेजस को कुछ दिनों तक पटरी पर नहीं उतरा जाएगा यानी तेजस अगले आदेश तक नहीं चलेगी
तेजस की स्थापन 2019 में हुई थी
आपको बता दे की पीएम द्वारा देश के अच्छे विकाश के लिए निजीकरण की योजना बनाई गई थी इसी को लेकर देश की पहली निजी ट्रेन तेजस की स्थापना साल 2019 में की गई थी इसका संचालन भारतीय खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) द्वारा किया जाता है । यह देश की पहली कारपोरेट ट्रेन भी है तेजस फिलहाल लखनऊ से दिल्ली, अहमदाबाद से मुंबई,लखनऊ से मुंबई तक चलती हैं ।
कोरोनामहामरी के बाद 17 अक्टूबर से चलने लगी थी तेजस ट्रेन
आईआरसीटीसी ने 17 अक्टूबर को अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर बताया था कि देश की पहली निजी ट्रेन तेजस को कोविड़ महामारी के कारण 17 मार्च से बंद करना पड़ा था अब तेजस के परिचालन को फिर से मजूरी देे दी गई है। लेकिन कुछ गाइडलाइन का पालन करना भी अनिवार्य है
1.जिसे जो सीट दी जाए वह उसी सीट पर बैठेगा उठने की अनुमति नहीं।
2.मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा।
3.यात्रियों के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल होना अनिवार्य है।
4.सभी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी।
5.सभी यात्रियों ओर स्टाफ का फेस कवर होना अनिवार्य ओर अपने साथ सैनिटाइजर भी जरूर रखे।
तेजस की एक महीने कि कमाई
तेजस पीएम मोदी के सपने को साकार कर रही थी आपको बता दे कि तेजस को फिलहाल 3 ट्रैक पर उतरा गया था 1.लखनऊ से दिल्ली
2.अहमदाबाद से दिल्ली
3.लखनऊ से मुंबई
तेजस के एक महीने की कमाई 18 लाख रुपए के करीब है ओर सरकार ऐसी ही अन्य तेजस ट्रेन चलाने के बारे में विचार कर रही थी लेकिन कोरोनामहामरी के कारण इस पहली तेजस ट्रेन को भी बंद किया जा रहा है।