नई दिल्ली-तकनीकी खराबी के कारण NTA यानी कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी आया सवालों के दबाव में दरअसल मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा की 18 वर्षी विधि सूर्यवंशी नामक एक छात्रा को अपने रिजल्ट में ओएमआर शीट पर केवल 6 अंक ही मिले जिस कारण उसने खुदकुशी कर ली इस रिजल्ट के कारण उसे अपनी जान गवाना पड़ी लेकिन परिवार को अपनी इस होनहार बेटी पर इतना विश्वास था कि उसे इतने कम अंक तो आ ही नहीं सकते क्योंकि इस बेटी ने बड़े ही उत्साह से अपने नीट का पेपर 13 सितंबर 2020 को दिया लेकिन बाद में जब उसके नाम के सामने केवल 6 अंक ही लिखे थे तब परिवार ने रिजल्ट की दुबारा जांच करने के लिए आवेदन किया तब उन्हें पता लगा कि विधि सूर्यवंशी को नीट में 590 अंक आए हैं लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी अपने डॉक्टर बनने के सपने को लेकर विधि ने बड़ी मेहनत की थी जब विधि को केवल 6 अंक ही हासिल हुए ओर जब विधि ने अपना रिजल्ट देखा तो विधि ने रिजल्ट जारी होने के 2 दिन बाद 18 सितंबर को घर में मौजूद साड़ी से अपना गला कस लिया और आत्महत्या कर ली अब इसे तकनीकी खराबी कहै या ईश्वर की मर्जी कहें
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विधी सूर्यवंशी-blog/mpbrekingnews |
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ऐसा ही एक और मामला राजस्थान में देखने को मिला राजस्थान के कोटा में रहने वाले टॉपर मुदुल को अपने नीट 2020 के रिजल्ट में फेल कर दिया गया लेकिन जब रिजल्ट की दोबारा जांच कराई गई तो वह आल इण्डिया अ.प. वी (st) कैटेगरी में टॉपर निकला आपको बता दे की इस बार वर्ष 2020 में नीट की परीक्षा के लिए देश भर से 15.97 लाख विद्यार्थियों द्वारा आवेदन किया गया था जिसमें से 84% उम्मीदवारों ने नीट की परीक्षा दी नीट 2020 के टॉपर को लेकर भी विवाद हो रहा है दरसअल ओडिशा के रहने वाले शोएब अहताब ओर दिल्ली की रहने वाली आकांक्षा सिंह ने अपने रिजल्ट में 720 में से कुल 720 अंक हासिल किए लेकिन फिर भी ओडिशा के शोएब अहताब को प्रथम स्थान पर रखा गया ओर दिल्ली की आकांक्षा सिंह को दूसरे स्थान पर रखा गया है जबकि उन दोनों के अंक एक समान ही है इन सभी घटनाओं को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी सवालों के घेरे में आ गए हैं NTA द्वारा इन मामलों को लेकर अभी कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है