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Pm modi -websight/pmindia |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 अक्टूबर 2020 रविवार को कर्नाटक के मैसूर विश्वविद्यालय के शताब्दी दीक्षांत समारोह की संबोधित किया जिसमें पीएम द्वारा 2 महत्वपूर्ण बातो पर टिप्पणी की गई
1.भविष्य का निर्माण उन समाजों से होगा जो विज्ञान ओर नवाचार में प्रवेश करेगा
2.सरकार द्वारा किए गए गुणात्मक ओर मात्रात्मक सुधार भारत को उच्च शिक्षा के एक वैश्विक केंद्र में बदल देंगे
इस समारोह में कर्नाटक के गवर्नर और मैसूर यूनिवर्सिटी के चांसलर श्री वजूभाई वालाजी और कर्नाटक के शिक्षा मंत्री डॉक्टर सी एन अस्वस्थ नारायण जी भी मौजूद थे साथ ही कर्नाटक के राज्यपाल समेत अन्य गणमान्य उपस्थित है
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पीएम मोदी वीडियो -websight/pmindia |
प्रधानमंत्री ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मैसूर विश्वविद्यालय के शताब्दी दीक्षांत समारोह को संबोधित किया
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मैसूर विश्वविद्यालय के शताब्दी दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए निम्न बातों का जिक्र किया
- भारत की शिक्षा प्रणाली 21 वी सदी की जरूरतों को पूरा करे
- भारत को उच्चतर शिक्षा का ग्लोबल हब बनाने के लिए गुणात्मक ओर परीनात्मक हर स्तर पर कोशिश कि का रही
- पिछले 6 सालो में हर साल ओसतान 1नया आईटीआई खोला गया
- पिछले 5 सालो में 16 आईटीआई ,7आईआईएम ओर 8 एम्स स्थापित किए गए या बनने कि प्रक्रिया में है
- पिछले 5-6 वर्षों में, संस्थाओं के प्रशासन में सुधार से लेकर लैंगिक और सामाजिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी काम किया गया
- परिणाम स्वरूप देश में शिक्षा की सभी स्तरों पर लड़कियों का कुल नामांकन अनुपात लड़कों की तुलना में अधिक है
- चिकित्सा शिक्षा में अधिक पारदर्शिता लाने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग बनाया गया
- नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से पूरे शिक्षा क्षेत्र में मूलभूत परिवर्तन को लेकर नई गति मिलेगी
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति का फोकस हमारे युवाओं को समय की आवश्यकता के अनुकूल स्किल्स, रिस्किलिंग और अपस्किलिंग के जरिए प्रतिस्पर्धात्मक बनाना है
- मैसूर विश्वविद्यालय से संबंधित वैश्विक और समकालीन मुद्दों के साथ स्थानीय संस्कृति स्थानीय कला और अन्य सामाजिक मुद्दों पर अनुशासन को बढ़ावा देगा